Tuesday, December 23, 2008

अब इतने वर्षों से गीतकार की कलम के नाम से लिख रहा था और उसमें भी गीतकार का नाम

पंजीकृत किया हुआ था. परन्तु अभी पिछले दिनों समीर भाई ( उड़न तशतरी ) ने ध्यान दिलाया कि कोई अन्य व्यक्ति गीतकार के नाम से नया चिट्ठा लिखने लगा है तो यह आवश्यक हो गया कि मैं स्पष्ट कर दूँ कि



geetkar@gmail.com और गीतकार की कलम गीतकार ( यानि कि मेरे पास सुरक्षित हैं

2 comments:

  1. ये सजा है हमें बुद्धू बनाने की :) हम गीतकार जी, गीतकार जी, लिखे जा रहे थे और आपके मुँह से यह नहीं फूटा कि मैं ही गीतकार हूँ । अब भुगतिये :)
    जरा भेजिये तो उन साहब का पता, हम उन्हें तहे दिल से धन्यवाद दे दें :)
    सादर :)

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  2. शुभकामनायें , भाई जी !

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