अब इतने वर्षों से गीतकार की कलम के नाम से लिख रहा था और उसमें भी गीतकार का नाम
पंजीकृत किया हुआ था. परन्तु अभी पिछले दिनों समीर भाई ( उड़न तशतरी ) ने ध्यान दिलाया कि कोई अन्य व्यक्ति गीतकार के नाम से नया चिट्ठा लिखने लगा है तो यह आवश्यक हो गया कि मैं स्पष्ट कर दूँ कि
geetkar@gmail.com और गीतकार की कलम गीतकार ( यानि कि मेरे पास सुरक्षित हैं
Tuesday, December 23, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
ये सजा है हमें बुद्धू बनाने की :) हम गीतकार जी, गीतकार जी, लिखे जा रहे थे और आपके मुँह से यह नहीं फूटा कि मैं ही गीतकार हूँ । अब भुगतिये :)
ReplyDeleteजरा भेजिये तो उन साहब का पता, हम उन्हें तहे दिल से धन्यवाद दे दें :)
सादर :)
शुभकामनायें , भाई जी !
ReplyDelete